चिंतन,शुभ

शिलाएँ बोलती हैं - New Delhi Notion 2022 - p.235

9798886063233

दुनिया तेरे निज़ाम का चेहरा है जनाज़ा मुझ में खुद को तलाशता है कोई इश्क़ पे ताज से बढ़कर कोई फ़राज़ नहीं

891.431 C33S